Published By:धर्म पुराण डेस्क

नाथ बटेश्वर धाम शिव के 101 मंदिरों की श्रृंखला है, जहां कन्या पुरुष रूप में उत्पन्न हुई

बाबा बटेश्वरनाथ धाम यमुना नदी के किनारे स्थित प्राचीन 101 भगवान शिव मंदिरों की एक श्रृंखला है। इन मंदिरों को "धाम" कहा जाता है क्योंकि यहां परंपरागत रूप से निर्मित और महत्वपूर्ण मंदिर हैं। 

कुछ मंदिरों में पुरानी नक्काशी और सजावट देखी जा सकती है, जो इन मंदिरों को इतिहास और संस्कृति की अद्भुत गवाही देती है। यह मंदिरों का निर्माण राजा बदन सिंह भदौरिया द्वारा किया गया था, जिन्होंने यमुना नदी को मोड़ने के लिए बांध बनवाया था। बाबा बटेश्वरनाथ धाम का उल्लेख भगवान शिव की पवित्र ग्रंथों में भी मिलता है और यह एक प्रमुख तीर्थ स्थान माना जाता है।

नाथ बटेश्वर धाम एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थान है जो श्रीनाथजी भगवान को समर्पित है। यहां परंपरागत रूप से 101 मंदिर हैं जो नाथ सम्प्रदाय के अनुसार स्थापित किए गए हैं। इन मंदिरों में से कुछ प्रमुख मंदिर हैं जो विशेष महत्व रखते हैं:

श्रीनाथजी मंदिर: यह मंदिर नाथद्वारा, राजस्थान में स्थित है और यहां परंपरागत रूप से श्रीनाथजी की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की जाती है। यह मंदिर नाथ सम्प्रदाय का प्रमुख केंद्र है और विश्वस्तरीय प्रसिद्धि का आनंद लेता है।

द्वारिकाधीश मंदिर: यह मंदिर द्वारका, गुजरात में स्थित है और भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक स्थल माना जाता है और हर साल लाखों श्रद्धालु इसे दर्शन करने आते हैं।

वृंदावन मंदिर: यह मंदिर वृंदावन, उत्तर प्रदेश में स्थित है और यहां श्रीकृष्ण की प्रतिमा की पूजा की जाती है। यह मंदिर वृंदावन के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है और श्रद्धालु यहां भगवान कृष्ण की भक्ति और आराधना करते हैं।

जगन्नाथपुरी मंदिर: यह मंदिर ओडिशा में स्थित है और भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाएं होती हैं और यहां के रथयात्रा मेले का विशेष महत्व होता है।

रामेश्वरम मंदिर: यह मंदिर तमिलनाडु में स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर रामेश्वरम के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है और शिवरात्रि पर्व में भगवान शिव की आराधना और पूजा की जाती है।

ये केवल कुछ प्रमुख मंदिर हैं जो नाथ बटेश्वर धाम की श्रृंखला का हिस्सा हैं। इन मंदिरों के दर्शन करने से श्रद्धालु को आध्यात्मिकता, आनंद और मन की शांति मिलती है।

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