कालसर्प योग की शांति भी विधि विधान से कराना चाहिये। नाग देवता को बंधन से मुक्त कराने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नागपंचमी पर कालसर्प योग की शांति करने के लिए निम्नलिखित पूजा विधि एवं सामग्री का अनुसरण किया जा सकता है:
पूजा के लिए सामग्री:-
- नाग देवता की मूर्ति या फोटो,
- जल कलश,
- दूध, दही, घी, मिष्ठान, फल, पंचामृत (गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद),
- फूल, चादर, दीपक, धूप, अगरबत्ती,
पूजा विधि:-
* स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें।
* पूजा स्थल पर नाग देवता की मूर्ति या फोटो स्थापित करें।
* मूर्ति के सामने जल कलश स्थापित करें और उसमे गंगाजल डालें।
* नाग देवता की पूजा करें। उन्हें दूध, दही, घी, मिष्ठान, फल, पंचामृत से समर्पित करें।
* फूल, चादर, दीपक, धूप, अगरबत्ती से आरती करें।
* नाग देवता के नाम मंत्र या नाग पंचमी मंत्र का जाप करें।
* पूजा समाप्त होने पर प्रसाद बांटे और खुद भी उसे लें।
सामग्री कालसर्प योग की शांति के लिए विशेष विधान होता है जिसे पंडित या विधि-विधान के ज्ञान वाले व्यक्ति से करवाना चाहिए। इसमें विशेष मंत्र, हवन और दान आदि किए जाते हैं जो शांति एवं सुख की प्राप्ति के लिए मान्यता प्राप्त है। पंडित या धार्मिक व्यक्ति को संपर्क करें और विधि विधान के अनुसार सामग्री कालसर्प योग की शांति करवाएं।
नाग पंचमी के दिन इन देवों का करें स्मरण-
नाग पंचमी के दिन जिन नाग देवों का स्मरण कर पूजा की जाती है। उन नामों में अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल प्रमुख हैं। इस दिन घर के दरवाजे पर सांप की 8 आकृतियां बनाने की परंपरा है। हल्दी, रोली, अक्षत और पुष्प चढ़ाकर सर्प देवता की पूजा करें। कच्चे दूध में घी और शक्कर मिलाकर नाग देव का स्मरण कर उन्हें अर्पित करें।
नाग पंचमी के दिन निम्नलिखित देवताओं का स्मरण करना शुभ माना जाता है:
- अनंत: नागराज अनंत को स्मरण करें।
- वासुकि: वासुकि नाग को स्मरण करें।
- पद्म: पद्म नाग को स्मरण करें।
- महापद्म: महापद्म नाग को स्मरण करें।
- तक्षक: तक्षक नाग को स्मरण करें।
- कुलीर: कुलीर नाग को स्मरण करें।
- कर्कट: कर्कट नाग को स्मरण करें।
- शंख: शंख नाग को स्मरण करें।
- कालिया: कालिया नाग को स्मरण करें।
- पिंगल: पिंगल नाग को स्मरण करें।
पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री का उपयोग करें:
- हल्दी, रोली, अक्षत, और पुष्प (फूल)।
- कच्चा दूध, घी, और शक्कर (चीनी)।
पूजा विधि:
* अपने घर के दरवाजे पर सांप की 8 आकृतियां बनाएं। इन आकृतियों को हल्दी, रोली, अक्षत और पुष्प से सजाएं।
* नाग देवता की मूर्ति या फोटो के सामने बैठें और उनका स्मरण करें।
* कच्चा दूध में थोड़ा घी और शक्कर मिलाएं। इस मिश्रण को नाग देवता के चरणों में अर्पित करें।
* मन से नाग देवता के नामों का जाप करें और उन्हें भक्ति और समर्पण के साथ पूजें।
* पूजा समाप्त होने के बाद, चारों दिशाओं को फूलों के मालाओं से सजाएं और द्वार की ओर सांप की आकृतियों का विसर्जन करें।
यदि आप विधि और सामग्री के बारे में अधिक विवरण जानना चाहते हैं, तो एक पंडित या धार्मिक व्यक्ति से संपर्क करना संबंधित और उचित होगा।
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