Published By:धर्म पुराण डेस्क

हरियाली तीज पर शिव-पार्वती को करें प्रसन्न, जानें क्या चढ़ाएं और कैसे करें पूजन

हरियाली तीज को श्रावणी तीज के नाम से जाना जाता है। इस दिन विवाहित स्त्रियां अपने पति की सलामती और लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। इस त्योहार पर महिलाएं सोलह श्रृंगार कर देवी पार्वती और शिवजी की पूजा करती हैं। 

मान्यताओं के अनुसार हरियाली तीज पर माता पार्वती ने महादेव को दोबारा पति के रूप में पाया था। इसलिए मनचाहे वर की कामना के लिए कुंवारी लड़कियां भी व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं तीज की पूजन थाल में कौन-कौन सी चीजें होना आवश्यक है।

हरियाली तीज पर शिव-पार्वती को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित उपाय और पूजा विधि ..

पूजा सामग्री:

शिवलिंग की मूर्ति या पत्थर, बेल पत्र (बेल पत्र), धूप, दीप, अगरबत्ती, सुपारी, नारियल, फल, पुष्प, गंगाजल या पानी, पूजा की थाली, कपड़े, कलश।

पूजा विधि: 

* सबसे पहले, एक पवित्र स्थान का चयन करें जहां पूजा की जा सके। 

* अपने घर के मंदिर या पूजा स्थल पर शिवलिंग को स्थापित करें।

* शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं और उसे साफ पानी से धो लें।

* अब, शिवलिंग पर बेलपत्र रखें और उसे प्रणाम करें।

* शिवलिंग को धूप, दीप, अगरबत्ती की आरती दें।

* फल, पुष्प, सुपारी, नारियल आदि को शिवलिंग के आसपास रखें।

* अपनी भक्ति और श्रद्धा से मन की इच्छानुसार भगवान शिव-पार्वती की पूजा करें।

* मंत्र जाप करें और शिवजी को उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।

* पूजा के बाद, प्रसाद के रूप में फल, पुष्प, चॉकलेट आदि का वितरण करें।

इसके अलावा, हरियाली तीज पर आप शिव-पार्वती के चालीसा, स्तोत्र या व्रत कथा का पाठ कर सकते हैं। यह आपके विश्वास और पूजा के अनुसार विभिन्न हो सकता है। इस दिन आप भोलेनाथ का व्रत रखकर नींव को चढ़ा सकते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना कर सकते हैं।

यदि आप इस पूजा विधि और उपाय को अनुसरण करते हैं, तो आप हरियाली तीज पर शिव-पार्वती को प्रसन्न कर सकते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि पूजा विधि और उपाय विभिन्न प्रांतों और संप्रदायों में थोड़ा भिन्न हो सकता है, इसलिए सर्वोपरि अपने स्थानीय परंपराओं और गुरुजनों के मार्गदर्शन का पालन करें।

हरियाली तीज या श्रावणी तीज पर पूजन थाल में निम्नलिखित चीजें होती हैं:

सौंफ (फेनेल सीड्स): सौंफ को पूजन थाल में रखा जाता है। यह पूजा में उपयोगी होता है और शुभता का प्रतीक माना जाता है।

आकाशीय (चांदनी बताशे): आकाशीय भी पूजन थाल में रखी जाती हैं। यह मनोरंजन के लिए उपयोगी होती हैं और तीज की खुशियों को दर्शाती हैं।

मेहंदी (हिना): हरियाली तीज पर महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी की डिजाइन बनाती हैं। मेहंदी को पूजन थाल में भी रखा जा सकता है।

इत्र (परफ्यूम): कुछ लोग पूजा में इत्र का उपयोग करते हैं। इत्र को पूजन थाल में रखकर या इसका अपने शरीर पर लगाकर व्रत का पूजन कर सकते हैं।

बताशे और मिश्री: बताशे और मिश्री भी पूजन थाल में रखे जाते हैं। इन्हें दान के रूप में दिया जाता है और शुभकामनाएं दी जाती हैं।

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