देवी भागवत में 108 और देवी गीता में 72 शक्तिपीठ हैं। जबकि देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का उल्लेख है। आइए, जानते हैं कहां है यह शक्ति पीठ....
तन्त्रचूडामणि में पीठों की संख्या बावन दी गई है, शिवचरित्र में इक्यावन और देवी भागवत में एक सौ आठ। कालिकापुराण में छब्बीस उपपीठों का वर्णन है। पर साधारणतया पीठों की संख्या इक्यावन मानी जाती है। इनमें से अनेक पीठ तो इस समय अज्ञात हैं।
तन्त्रचूडामणि में पीठों की संख्या बावन दी गई है, शिवचरित्र में इक्यावन और देवीभागवत में एक सौ आठ। कालिकापुराण में छब्बीस उपपीठों का वर्णन है। पर साधारणतया पीठों की संख्या इक्यावन मानी जाती है। इनमें से अनेक पीठ तो इस समय अज्ञात हैं।
तन्त्रचूडामणि के अनुसार बावन पीठों की संख्या इस प्रकार है:-
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