Published By:धर्म पुराण डेस्क

रथ सप्तमी: सूर्य पूजा और व्रत का महापर्व

16 फरवरी 2024 को रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा और व्रत करने का विधान है।

रथ सप्तमी का महत्व:

सूर्य जन्म: मान्यता है कि इस दिन भगवान सूर्य का जन्म हुआ था।

रथ आरोग्य सप्तमी: इस दिन को आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से बीमारियां दूर होती हैं।

सात घोड़ों का रथ: मान्यता है कि सूर्यदेव सात घोड़ों के रथ पर सवार होकर संसार को प्रकाश देते हैं।

दान-पुण्य: इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है।

रथ सप्तमी की पूजा विधि:

स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।

सूर्योदय: सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल, लाल चंदन, रोली, अक्षत, फूल, गुड़ और धूप अर्पित करें।

मंत्र: "ॐ घृणि सूर्याय नमः" मंत्र का जाप करें।

आरती: सूर्यदेव की आरती करें।

व्रत: इस दिन व्रत रखने का भी विधान है। व्रत में फलाहार करें।

दान: दान-पुण्य करें।

रथ सप्तमी के लाभ:

स्वास्थ्य लाभ: मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से बीमारियां दूर होती हैं और स्वास्थ्य लाभ होता है।

सफलता: मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से सफलता प्राप्त होती है।

मान-सम्मान: मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से मान-सम्मान प्राप्त होता है।

रथ सप्तमी का पर्व सूर्यदेव की पूजा और व्रत का पर्व है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से स्वास्थ्य लाभ, सफलता और मान-सम्मान प्राप्त होता है।

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