Published By:धर्म पुराण डेस्क

सफलता के लिए याद रखें 5 का पंच

सक्सेस मंत्र-

कहते हैं सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए बस कुछ बातों पर गौर करना जरूरी है।

जिज्ञासु बनें-

एडोब इंक के सीईओ शांतनु नारायण (जिन्हें हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू ने 2019 में दुनिया के टॉप टेन सीईओ की सूची में छठवां स्थान दिया है) का कहना है कि जिज्ञासु इंसान हमेशा तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ता रहता है। नई चीजों के बारे में जानने की इच्छा आपको यथाशक्ति और जकड़न से मुक्त करती है। 

भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त कर चुके शांतनु कहते हैं कि अगर आपको तरक्की करनी है तो सदैव प्रयोग करने की हिम्मत रखें। जिज्ञासु प्रवृत्ति आपको कुछ नया और क्रिएटिव करने के लिए प्रेरित करती है।

जीतने की जिद रखें-

सफल होने के लिए सबसे पहले जरूरी है। आरती मित्तल अपने एक लेख में कहती हैं सफलता के प्रति आपका दृढ़ संकल्प। जब आप जीतने के माइंडसेट के साथ आगे बढ़ते हैं तो आपकी एनर्जी और इच्छाशक्ति कई गुना बढ़ जाती है। लेकिन जीतने की जिद को कभी ईगो या घमंड में तब्दील ना होने दें। 

जब आप पर अहंकार सवार हो जाता है तो आप अपनी कमियों और गलतियों को नजरअंदाज करने लगते हैं और उनसे कुछ सीख नहीं पाते। इसी प्रकार जब आपको कोई सही सलाह देता है तो आप उसे इग्नोर करते हैं। यह चीजें आपको पीछे की ओर धकेल सकती हैं।

नॉलेज बढ़ाएं-

माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला कहते हैं कि तरक्की करने के लिए नई चीजों की जानकारी और ज्ञान सबसे जरूरी चीज है। नडेला को पुस्तकों से बड़ा लगाव है। वे हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं। उन्होंने अपनी कंपनी में भी 'नो इट ऑल' के स्थान पर 'लर्न इट ऑल' का कल्चर विकसित किया है। उनकी कंपनी में 'सब कुछ आता है' नहीं बल्कि 'सब कुछ सीखना' है के एटीट्यूड पर विचार किया जाता है। 

नडेला कहते हैं कि किताबें पढ़ने से आप समस्याओं और उनके समाधान के बारे में जानते हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा पढ़ें और अपने नॉलेज को बढ़ाएं ताकि आप इन्वेंटर बन सकें।

विचारों को क्रियान्वित करें-

कुछ लोग सोचते बहुत हैं लेकिन फिर भी आगे नहीं बढ़ पाते क्योंकि वह सिर्फ सोचते हैं, अपने विचारों का क्रियान्वयन नहीं करते। हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू 2019 की टॉप 10 सूची में सातवें स्थान पर रहे. 

2016 में पद्मश्री से पुरस्कृत अजय बंगा जो मास्टरकार्ड के सीईओ है, कहते हैं कि अच्छा आइडिया या प्लान तो किसी के पास भी हो सकता है लेकिन आप आइडिया पर काम ही नहीं करेंगे तो कहीं नहीं पहुंच पाएंगे। रिस्क लेना भी जरूरी है और धैर्य व जल्दबाजी के बीच संतुलन बनाना भी। निर्णय लें और कोई आइडिया सोचें तो उसे एग्जीक्यूट भी करें।

खुद को जानिए-

लेखिका केली ब्रोगन ने अपनी पुस्तक 'ओन युअरसेल्फ में लिखा है कि आप जैसे हैं, वैसे बने रहें। आपको जानना चाहिए कि आपको कौन-सी चीजें मोटिवेट करती हैं। 

लाइफ कोच जेसना बुर्जा ने भी कहा है कि आज की दुनिया में हर कोई भूल चुका है कि वह कौन है और क्या कर सकता है। जबकि जीवन में तरक्की के लिए जरूरी है कि हमारे जीवन पर खुद हमारा ही नियंत्रण हो। यह न देखें कि दूसरे क्या कर रहे है या उनकी क्या मर्जी है, ना ही उनकी स्टाइल को बिना सोचे-समझे खुद पर लागू करें। आप सिर्फ 'अपने लक्ष्य पर अपनी क्षमताओं के आधार पर फोकस करें।
 

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