 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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सावन माह: हिन्दू पंचांग के अनुसार वैष्णव संप्रदाय में आषाढ़ और श्रावण मास के मिलान से शुरू होता है और चार मासों में से एक मास होता है।
सावन मास का महत्व हिन्दू धर्म में विशेष मान्यताएं रखता है। इस मास में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है और इसे शिवरात्रि के व्रत के साथ जोड़कर मान्यता है। सावन माह में ज्यादातर लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं और भगवान शिव के नाम का जाप करते हैं।
सावन मास बरसाती ऋतु के दौरान होता है, जिससे यह मास और भी महत्वपूर्ण बन जाता है। सावन मास में लोग विशेष आहार, व्रत और पूजा करते हैं और अपनी आध्यात्मिक तथा मानसिक ताजगी को बढ़ाते हैं।
सावन का महीना शिवजी की आराधना के लिए समर्पित होता है. इस बार अधिक मास पड़ने के कारण सावन एक नहीं बल्कि दो महीने का होगा. सावन 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त 2023 को समाप्त होगा.
सावन का महीना वास्तव में भगवान शिव की आराधना, पूजा और व्रत के लिए समर्पित होता है। इस बार सावन अधिकमास के कारण एक नहीं बल्कि दो महीनों तक रहेगा। सावन में भगवान शिव की पूजा, अभिषेक, जागरण, ध्यान, मंत्र जाप और अन्य धार्मिक आयोजन किए जाते हैं।
यह मास शिव भक्तों के लिए आध्यात्मिक एवं मानसिक पुनर्जागरण का समय माना जाता है। श्रावण मास में लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं, बेलपत्र, धातु और फूल चढ़ाते हैं और अपने आहार में व्रत का पालन करते हैं। यह महीना शिवजी की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का अद्वितीय अवसर है।
तो साल 2023 में श्रावण मास 4 जुलाई को शुरू होगा और 31 अगस्त को खत्म होगा. 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा. इस तरह सावन 58 दिनों का होगा. ये दुर्लभ संयोग करीब 19 साल बाद बन रहा है.
सावन मास 2023 में 4 जुलाई को शुरू होगा और 31 अगस्त को समाप्त होगा। इस साल अधिक मास भी होने के कारण सावन 58 दिनों का होगा, जिसमें 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। ऐसा दुर्लभ संयोग 19 साल बाद देखने को मिलता है। यह सावन मास शिवजी की आराधना और भक्ति के लिए एक विशेष और महत्वपूर्ण समय होगा। भक्त इस मास में अपने आचरण और व्रतों के माध्यम से शिवजी की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।
सावन मास के सोमवार के व्रत को विशेष महत्व दिया जाता है और हर साल 4 या 5 सावन के सोमवार के व्रत होते हैं। इस बार, सावन मास में 8 सोमवार होंगे। जुलाई में 4 सोमवार होंगे, जो 10, 17, 24 और 31 जुलाई को पड़ेंगे, और अगस्त में भी 4 सोमवार होंगे, जो 7, 14, 21 और 28 अगस्त को पड़ेंगे।
यह सोमवार व्रत श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष महत्वपूर्ण होते हैं। भक्त इन दिनों में विशेष पूजा, व्रत और मंत्र जाप करके शिवजी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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