 Published By:कमल किशोर दुबे
 Published By:कमल किशोर दुबे
					 
					
                    
प्रथम नमन है आपको, गौरी पुत्र गणेश।
शिवशंकर के लाड़ले, गणनायक देवेश।।
कार्य सफल करते सदा, विद्या बुद्धि- दिनेश।
सुफल मनोरथ कीजिये, आये नहीं कलेश।।
सब देवों में आप ही, प्रथम पूज्य गणराज।
विघ्न हरण मंगल करण, सफल करें सब काज।।
एकदन्त, गजवदन प्रभु, मोदकप्रिय भगवंत।
भक्तों की रक्षा करो, ज्ञान- बुद्धि गुणवंत।।
सोहे परशु, त्रिशूल कर, रिद्धि-सिद्धि भर्तार।
पूर्ण मनोरथ सब करें, लम्बोदर दातार।।
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता गजानन आपका मंगल करें।
कमल किशोर दुबे
 
 
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