प्रथम नमन है आपको, गौरी पुत्र गणेश।
शिवशंकर के लाड़ले, गणनायक देवेश।।
कार्य सफल करते सदा, विद्या बुद्धि- दिनेश।
सुफल मनोरथ कीजिये, आये नहीं कलेश।।
सब देवों में आप ही, प्रथम पूज्य गणराज।
विघ्न हरण मंगल करण, सफल करें सब काज।।
एकदन्त, गजवदन प्रभु, मोदकप्रिय भगवंत।
भक्तों की रक्षा करो, ज्ञान- बुद्धि गुणवंत।।
सोहे परशु, त्रिशूल कर, रिद्धि-सिद्धि भर्तार।
पूर्ण मनोरथ सब करें, लम्बोदर दातार।।
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता गजानन आपका मंगल करें।
कमल किशोर दुबे
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024