 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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बांझपन (इन्फर्टिलिटी) एक गंभीर समस्या है और इसके लिए चिकित्सा का सही समय पर सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वोम गुरु ने योग आसन और घरेलू उपाय बताए हैं जो इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ये उपाय उचित चिकित्सा सलाह के साथ ही अपनाए जाने चाहिए:
योग आसन:
पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana): इस आसन को करने से पेट के आसपास के क्षेत्र में उच्च रक्तचाप और पेट में होने वाली उलझन को दूर करने में मदद मिलती है।
भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari Pranayama): यह प्राणायाम तनाव को कम करने में मदद करता है और गर्भाशय को शांत करने में सहायक होता है।
धनुरासन (Dhanurasana): इस आसन को करने से पेट में जमी हुई अवयवों को खोलने में मदद मिलती है और गर्भाशय को मजबूत बनाता है।
औषधि और घरेलू उपाय:
अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो स्त्री शरीर के शारीरिक और मानसिक संतुलन को बढ़ाती है और बांझपन को कम करने में मदद कर सकती है।
शतावरी (Shatavari): शतावरी स्त्री शरीर की क्षारीय अवयवों को मजबूत करती है और गर्भाशय को स्वस्थ रखने में सहायक होती है।
गोक्षुर (Gokshura): गोक्षुर प्रजनन तंत्र को सक्रिय बनाने में मदद करता है और बांझपन से निजात पाने में सहायक हो सकता है।
ध्यान रहे कि ये उपाय सिर्फ सामान्य बांझपन से जुड़ी समस्याओं के लिए हैं। यदि आपको इस समस्या से जुड़ी किसी भी गंभीरता हो, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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