Published By:धर्म पुराण डेस्क

105 एकड़ में फैला स्वामीनारायण मंदिर, करोड़ों की लागत से बना नीलकंठ धाम..

स्वामीनारायण मंदिर की बनावट मन को मोह लेती है। गुजरात और विदेशों में कई स्वामीनारायण मंदिर अपनी भव्यता और अद्भुत रचना के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। 

गुजरात राजपीपला के नंदोद तालुका में 105 एकड़ में फैला स्वामीनारायण मंदिर शानदार है। नंदोल तालुका के पोइया गांव के इस मंदिर को नीलकंठ धाम के नाम से जाना जाता है। करोड़ों रुपये की लागत से यहां कई तरह के आकर्षण बनाए गए हैं। 

पर्यटकों के आकर्षण:

वडोदरा से राजपीपला तक करीब 65 किमी. नर्मदा नदी के तट पर 2013 में निर्मित, यह मंदिर त्योहारों और छुट्टियों के दौरान एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। 

नीलकंठ धाम और उसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए नीलकंठ धाम दिन का पसंदीदा स्थान बन गया है। इसके मुख्य मंदिरों में शेषनाग, विष्णु और गणेश शामिल हैं। इंजीनियरिंग कौशल से भरपूर इस मंदिर में 108 गोमुख हैं। इसे नहाया जा सकता है।

शाम की आरती हाथी को लेकर निकाली जाती है। रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाता मंदिर। इससे मंदिर की शोभा और बढ़ जाती है।

- 2015 में नीलकंठ धाम के पास 24 एकड़ में सहजानंद यूनिवर्स नाम का कॉम्प्लेक्स बनाया गया है।

- यहां भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाला एक तीर्थ स्थल बनाया गया है।

- सहजानंद यूनिवर्स में विभिन्न आकर्षण बनाए गए हैं।

- पूरे क्षेत्र को 7 भागों में बांटा गया है। गेट का आकर्षण भी खास है।

- 1.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की भगवान स्वामीनारायण की 152 फीट ऊंची मूर्ति एक विशेष आकर्षण है।

- प्रतिदिन 108 गायों का दूध से अभिषेक किया जाता है। इसी दूध से छाछ बनाई जाती है और गरीबों में बांटी जाती है।

हिंदू धर्म के विभिन्न देवताओं के अलावा, राम-श्याम, शिव, घनश्याम की 1100 मूर्तियां रामायण, महाभारत के धार्मिक अवसरों को दर्शाती हैं।

मंदिर व्यवस्था:

- पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था।

- रहने और खाने की समुचित व्यवस्था।

- बच्चों के लिए आकर्षक मैदान।

और क्या है आकर्षण:

- हरी भरी पहाड़ियों पर भगवत लीला का चरित्र।

- खूबसूरत झील के बीच नीलकंठ महाराज का मंदिर।

- भगवान स्वामीनारायण की 152 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा।

- नेचर पार्क, कलाकृति से भरा घर।

- वाटर शो, लेजर शो, डांसिंग फाउंटेन।

- बोटिंग कर प्रकृति के मनमोहक नज़ारे।

- लाइफ चेंज शो।

- अद्भुत एक्वेरियम और विहंगम दृश्य।

- सहजानंद आर्ट गैलरी और मिरर हाउस।

- हॉरर हाउस, फूल घड़ी।

- इन्फोसिटी एंड साइंस सेंटर।

- एम्यूजमेंट पार्क।

- एन्जॉय पार्क।



 

धर्म जगत

SEE MORE...........