इन उपायों से आप अपनी लाइफ को फिर से पटरी पर ला सकते हैं।
किस वास्तु दोष से कौन सी समस्या पैदा होती है? लाइफ को खुशहाल बनाने के लिए किन वास्तु उपायों का पालन करना चाहिए? इस पर विस्तार से जानकारी देते हैं|
निरंतर धनहानि: अगर आपके घर में निरंतर धन की हानि होती है, जैसे कि आपकी आय कम होती है, व्यापार में नुकसान होता है, या वित्तीय स्थिति में समस्याएं होती हैं, तो इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है।
स्वास्थ्य समस्याएं: वास्तु दोष के कारण, घर में वातावरण के अनुकूल न होने की वजह से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कि आपको निद्रा की कमी होती है, शारीरिक तंदुरुस्ती कम होती है, या आपको बार-बार बीमारी होती है।
पारिवारिक विवाद: वास्तु दोष के कारण, घर में परिवार के बीच अनियमितता, विवाद और तनाव का माहौल बन सकता है। यह शांति और सुख-शांति को प्रभावित कर सकता है।
करियर में समस्या: यदि आपके करियर में स्थानांतरण, वृद्धि या समृद्धि की कमी हो रही है, तो वास्तु दोष का कारण हो सकता है।
संबंधों में समस्या: वास्तु दोष के कारण, आपके संबंध बिगड़ सकते हैं, पार्टनर के साथ तकरारें हो सकती हैं, और प्रेम और मित्रता के माहौल में कमी हो सकती है।
वास्तु दोष को ठीक करने के लिए कुछ उपायों का पालन किया जा सकता है, जैसे कि:
* वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्मित और शुद्धिकरण किया गया घर चुनें। अगर आपको वास्तु दोष का अनुमान है, तो एक वास्तुशास्त्री से सलाह लेने की सलाह दी जाती है।
* नकारात्मक ऊर्जा को शांत करने के लिए घर की सभी अनावश्यक वस्तुएं और अव्यवस्थाओं को साफ करें और सुधारें।
* वास्तु दोषों को ठीक करने के लिए वास्तु यंत्रों का उपयोग करें, जैसे कि प्यामेंट यंत्र और एनर्जी पिरामिड।
* पूजा घर का सजावट करें और उसे पवित्र रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा को शांत करने में मदद कर सकता है।
* वास्तु दोष के निवारण के लिए प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करें, जैसे कि पौधे, जल फव्वारे, चमकदार पत्थर आदि।
* ध्यान और मेधा बढ़ाने के लिए मेधा और सुगंधित धूप के उपयोग करें। यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
ध्यान दें कि वास्तु दोष और उनके उपायों के बारे में अलग-अलग पारंपरिक मत और विचार हो सकते हैं। आपकी आवश्यकताओं और विशेष परिस्थितियों के आधार पर, आप एक वास्तुशास्त्री से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।
शिवलिंग का निचला हिस्सा स्त्री और ऊपरी हिस्सा पुरु...
September 27, 2023अक्सर जन्माष्टमी पर पैदा होने वाले बच्चों का नाम ल...
September 7, 2023"इस क्षण का अनुभव ही जीवन है" यह एक महत्वपूर्ण सत्...
September 6, 2023धार्मिक अनुष्ठान और आध्यात्मिक साधना के माध्यम से...
August 23, 2023जप एक महत्वपूर्ण ध्यान विधि और उपलब्धि है जो हमें...
August 21, 2023पाप और पुण्य की अवधारणाएँ हिन्दू धर्म के मूल सिद्ध...
August 18, 2023पाप और पुण्य की मान्यता भारतीय धार्मिक तत्वों का म...
August 18, 2023भगवत गीता का पाठ बच्चों के जीवन को सद्गति, आत्मविश...
August 14, 2023