Published By:धर्म पुराण डेस्क

भगवान गणेश का 1500 साल पुराना मंदिर कर्नाटक में स्थित है, इन पौराणिक मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

देशभर में गणेश उत्सव जोरों पर है। वे पहले ही भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए घरों में पहुंच चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कई प्राचीन गणेश मंदिर हैं जिनके दर्शन मात्र से ही हर मनोकामना पूरी हो जाती है।

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई..

देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक, सिद्धिविनायक मंदिर की स्थापना वर्ष 1081 में लक्ष्मण विथु और देव बाई पाटिल ने की थी। गणेश चतुर्थी के अवसर पर हर साल लाखों श्रद्धालु और तीर्थयात्री यहां पहुंचते हैं।

मोती डूंगरी मंदिर, जयपुर..

राजस्थान की राजधानी जयपुर को एक ऐतिहासिक शहर भी माना जाता है। क्योंकि यह पुराने किलों या इमारतों वाला शहर है। पिंक सिटी में भगवान गणेश का 250 साल पुराना मंदिर है। जिसे मोती डूंगरी मंदिर के नाम से जाना जाता है। हर साल 10 दिवसीय गणेशोत्सव के दौरान यहां हजारों भक्त आते हैं।

श्री विनायक देवारु मंदिर, कर्नाटक..

लगभग 1500 साल पुराना श्री विनायक देवारु मंदिर कर्नाटक के ईदगुंजी में स्थित है। इस मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति गोकर्ण मंदिर की मूर्ति के समान है। इस मूर्ति में भगवान गणेश के एक हाथ में कमल का फूल और दूसरे हाथ में मोदक है।

मनाकुला विनायगर मंदिर, पुडुचेरी..

दक्षिण भारत में पुडुचेरी में भगवान गणेश का एक प्राचीन मंदिर है। जिसे मनाकुला विनयगर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान गणेश से जुड़ी चीजों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। शास्त्रों में वर्णित गणेश के 16 रूपों के चित्र भी यहां देखे जा सकते हैं।


 

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