 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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हर महिला श्री राम जैसा पति चाहती है और हर पुरुष माता सीता जैसी पत्नी चाहता है लेकिन कोई भी उनकी तरह अपने रिश्ते को मजबूत बनाने का प्रयास नहीं करता है। वह उन बातों को समझने की कोशिश नहीं करते जो पार्टनर के साथ रिश्ते को मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है।
भगवान श्री राम और माता जानकी के बीच का रिश्ता हर जोड़े के लिए सिख है। उनसे यह समझा जा सकता है कि भले ही खराब हालात के कारण शारीरिक रूप से एक साथ रहना संभव नहीं है, लेकिन भावनात्मक रूप से जुड़े रहने की बड़ी बात आपको एक-दूसरे से अलग नहीं कर सकती है।
इसमें कोई शक नहीं कि हर पति-पत्नी अपने रिश्ते को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखना चाहते हैं लेकिन इसके लिए सही दिशा में प्रयास करने की समझ न होने से अक्सर रिश्ते टूट जाते हैं। एक ऐसे रिश्ते में जहां न प्यार है और न ही सम्मान.
एक दूसरे का सम्मान करो-
पति-पत्नी को एक-दूसरे का सम्मान करना बहुत जरूरी है। इसका महत्व श्री राम और माता सीता के रिश्ते से आसानी से समझा जा सकता है। दोनों ने कभी एक दूसरे का अपमान नहीं किया. साथ ही उन्होंने एक-दूसरे के फैसलों का सम्मान भी किया है.
अपने मन की बात-
अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि पति-पत्नी खुले दिमाग से एक-दूसरे के साथ अपने विचार और भावनाएं साझा करने के लिए समय निकालें। एक-दूसरे के प्रति खुलें, सुनें और समझने का प्रयास करें। एक-दूसरे को इतना सहज महसूस कराएं कि किसी को कुछ भी छिपाने की जरूरत न पड़े।
एक दूसरे पर भरोसा-
पति-पत्नी का रिश्ता तभी लंबे समय तक मजबूत रहता है, जब दोनों को एक-दूसरे पर गहरा भरोसा हो। इसलिए जरूरी है कि दोनों अपने रिश्ते में कुछ भी न छिपाएं, अपने वादे का सम्मान करें, एक-दूसरे के अच्छे-बुरे वक्त में साथ खड़े रहें। रिश्ते में एक-दूसरे को सुरक्षित महसूस कराने का प्रयास करें।
अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें-
ईमानदारी वह नींव है जिस पर विश्वास और रिश्ते का निर्माण होता है। इसके लिए कठिन बातचीत के दौरान भी अपने साथी के साथ ईमानदार रहना आवश्यक है। अपनी गलती स्वीकार करें और सामने वाले को उनकी गलती के बारे में खुलकर बताएं। इससे रिश्तों में सुधार होता है.
हर दिन एक साथ प्रयास करें-
रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए पति-पत्नी दोनों को लगातार प्रयास करते रहना बहुत जरूरी है। क्योंकि एक पौधे की तरह रिश्ता भी धीरे-धीरे बढ़ता है। इसलिए पति-पत्नी को एक-दूसरे के व्यक्तिगत और रिश्ते के विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
 
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