Published By:धर्म पुराण डेस्क

समय आपकी मुट्ठी में

समय का वही टुकड़ा हमारा अपना हो पाता है, जिस टुकड़े के हम स्वयं समय के हो पाते हैं।

• आप समय के होइये, समय आपका हो जाएगा।

• आप जो कुछ भी हैं, वह समय के कारण ही हैं। जिसने उसका सम्मान किया है, उसको समय ने सम्मान दिलाया है।

• मेरा भी कभी समय आएगा.

• "मैंने समय को नष्ट किया है, और अब यह समय मुझे नष्ट कर रहा है।"

• जो आनन्द के लिये अवसरों की प्रतीक्षा करते हैं, वे जीवन के आनन्द को ही खो देते हैं|

• जिसके पास स्वास्थ्य है, उसके पास आशा है, और जिसके पास आशा है, उसके पास सब कुछ है।"

• गुणहीन दस काम करने की तुलना में गुणयुक्त एक ही काम करना बेहतर है।"

• पक्षियों के पंख अपने आप में पूर्ण होते हैं। किन्तु ये पंख भी इस पक्षी को वायु का सहारा लिए बिना उड़ा नहीं सकते।

● 'आदत' कभी भी 'आवश्यकता' नहीं होती।

• बात यह आनी चाहिए कि हमें समय निकालना है, ताकि हम और अधिक काम कर सकें।

• वस्तुतः जो लोग जल्दबाजी कर रहे होते हैं, वे अधिकांश घंटे बर्बाद करने के बाद मिनट बचा रहे होते हैं।

• "केवल मिनटों का ध्यान रखो घंटे स्वयं अपना ध्यान रख लेंगे।"

• "आज का दिन फिर कभी नहीं आयेगा।"

• यदि आप शुरुआत करने के लिए अवसर की प्रतीक्षा करते रहेंगे तो शुरुआत ही नहीं कर पाएंगे|

• अवसर के सिर पर केवल सामने ही बाल होते हैं। वह पीछे से गंजा होता है। यदि आप जरा-सा भी चूके, तो आप उसे पकड़ नहीं सकेंगे।

• आप एक छोटे से अवसर को कितने बड़े परिवर्तन का कारण बना लेते हैं, यह आपके ऊपर है|

• चूक भले ही छोटी हो, उसके दुष्परिणाम बड़े हो सकते हैं। अवसर भले ही छोटा हो, उसके सुपरिणाम बड़े निकल सकते हैं ।

• यदि छाया है, तो यह छाया ही इस बात का प्रमाण है कि आसपास ही कहीं न कहीं प्रकाश भी होगा।

• चुपचाप बैठने पर अवसर भी चुपचाप निकल जाते हैं।

• समय दो हँसने में यह प्राण का संगीत है। समय दो सोचने में, यह शक्ति का स्त्रोत है। खेल के लिए समय रखो, यह यौवन का रहस्य है। पढ़ने के लिये समय रखो, यह ज्ञान का फौआरा है। समय दो कार्य में, यह सफलता की कुंजी है। समय दो मित्रता में यह आनन्द की राह है। समय दो प्रेम में, यह देवताओं का विशेषाधिकार है।

• "जब एक बूढ़ा आदमी मरता है, तो एक लाइब्रेरी जलकर खाक हो जाती है।"

• "आज का अंडा आने वाले कल की मुर्गी से बेहतर है।"


 

धर्म जगत

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