Published By:धर्म पुराण डेस्क

एकादशी और रविवार को तुलसी पर नहीं चढ़ाया जाता जल, जानिए इसके पीछे का धार्मिक महत्व 

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। यही कारण है कि लगभग हर घर में तुलसी के पौधे की पूजा होती है। तुलसी जी को देवी लक्ष्मी का एक रूप माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में तुलसी जी का वास होता है वहां देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है।

धार्मिक दृष्टि से तुलसी के पौधे की नियमित पूजा से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। तुलसी के पौधों को जल चढ़ाना विशेष लाभकारी होता है लेकिन रविवार और एकादशी के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाया जाता है। आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे धार्मिक कारण..!!

रविवार के दिन तुलसी को जल क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए- 

तुलसी जी को नियमित जल अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है लेकिन शास्त्रों के अनुसार, रविवार के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार के दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

रविवार को उन्हें जल चढ़ाने से उनका उपवास टूट जाता है। इसलिए इस दिन तुलसी जी को जल नहीं चढ़ाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रविवार के दिन तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होने लगती है।

एकादशी के दिन तुलसी को जल क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए-

शास्त्रों के अनुसार, न तो एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़े जाने चाहिए और न ही इस दिन तुलसी को जल चढ़ाना चाहिए। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान शालिग्राम और माता तुलसी से विवाह करने की परंपरा है। बता दें कि भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप का विवाह तुलसी के साथ कराया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि माता तुलसी प्रत्येक एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए एकादशी के दिन भी तुलसी जी को जल चढ़ाना वर्जित है।


 

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