बरसात के मौसम में आंखों की समस्या कोई नई नहीं है। आंखों में संक्रमण होना या फ्लू होना हमें चिंतित कर सकता है। इस समस्या के बारे में कई धारणाएं हैं जो हमें भ्रमित करती हैं।
क्या नेत्र फ्लू जीवाणु संक्रमण के कारण होता है?
आई फ्लू ज्यादातर वायरल इंफेक्शन के कारण होता है। लेकिन कुछ मामलों में यह बैक्टीरिया के कारण भी हो सकता है। जबकि आंखों के फ्लू जैसे कुछ लक्षण एलर्जी के कारण भी हो सकते हैं। और एलर्जी के कारणों में धूल, प्रदूषण, फूलों का पराग, धूप या पालतू जानवरों जैसे कुत्तों और बिल्लियों के बाल आदि शामिल हैं।
नेत्र फ्लू के लक्षण क्या है?
आई फ्लू में आंखों का लाल होना, आंखों में खुजली, आंखों से पानी आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि मामला गंभीर है, तो आंखों में सूजन आ जाती है। जबकि एलर्जी होने पर पूरी आंख लाल नहीं होती है।
क्या एंटीबायोटिक्स आंखों के फ्लू से राहत दिलाते हैं?
एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स बैक्टीरिया के कारण होने वाले आई फ्लू के मामलों में ही राहत देते हैं। वायरल या एलर्जी के कारण आंखों में संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक्स का कोई फायदा नहीं होता है।
क्या आई ड्रॉप से आई फ्लू से तुरंत राहत मिलती है?
आई फ्लू ज्यादातर वायरस के कारण होता है। तो एंटीबायोटिक्स आई ड्रॉप्स से कोई खास अंतर नहीं है। यह पांच से दस दिनों में ठीक हो जाता है। आंखों में बैक्टीरिया के संक्रमण होने पर दो से तीन दिन तक आई ड्रॉप का प्रयोग करने से आराम मिलता है।
क्या सिर्फ बीमारों को देखने से ही आंख का फ्लू फैल सकता है?
रोगी के सामने देखने से आई फ्लू नहीं फैलता है, लेकिन यदि रोगी ने आंख को छूकर किसी अन्य स्थान या वस्तु को छुआ है और उस स्थान या वस्तु को कोई आम व्यक्ति छूता है, तो उसके रोगाणु उसके हाथों में चिपक जाते हैं। अब अगर व्यक्ति बिना हाथ धोए अपनी आंखों को छूता है तो उसे आई फ्लू होने का डर रहता है। आम तौर पर हाथ, दरवाजे के हैंडल, रुमाल, तौलिये, तकिए आदि को छूने से यह संक्रमण फैल सकता है।
आंखों के फ्लू को फैलने से कैसे रोकें?
इसके लिए रोगी को बार-बार हाथ धोना चाहिए, हाथों को सुखाने के लिए टिश्यू पेपर का उपयोग करना चाहिए। उसके बाद तुरंत टिश्यू पेपर को कूड़ेदान में फेंक दें। इसी तरह तौलिये, नैपकिन, तकिए आदि अलग-अलग रखें।
क्या आई फ्लू से भी हो सकता है कोरोना?
नेत्र फ्लू भी कोरोना वायरस का एक लक्षण है। इसलिए, यदि आंखों के फ्लू के साथ सर्दी, बुखार, खांसी आदि जैसे लक्षण दिखाई दें, तो कोरोना का परीक्षण करवाएं।
मानसून और गर्मी में आंखों की समस्या क्यों बढ़ जाती है?
गर्म और आर्द्र वातावरण में रोगाणु तेजी से बढ़ते और फैलते हैं। साथ ही मानसून में मक्खियों का प्रकोप अधिक होता है। चूंकि मक्खियां भी कीटाणुओं की वाहक बन जाती हैं, इसलिए यह समस्या बरसात के मौसम में ज्यादा होती है।
नेत्र फ्लू का इलाज कैसे करें?
ऐसे में कुछ एंटीबायोटिक्स और लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स अच्छे से काम करते हैं कुछ मामलों में आइस शेक भी राहत देता है। लेकिन अपने आप कोई भी प्रयोग करने के बजाय डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी जाती है।
क्या आई फ्लू से और कोई समस्या होती है?
अगर आई फ्लू की वजह से आंखों में सूजन आ जाती है तो आंखें ज्यादा देर तक सूखी रह सकती हैं। कभी-कभी संक्रमण से राहत मिलने के बाद कॉर्निया संक्रमित हो सकता है। इस स्थिति में रोशनी को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और आंखों को ऐसा लगता है जैसे कोई चीज उन्हें लगातार चुभ रही हो।
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