 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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जब तक बच्चा बोलना शुरू नहीं करता, तब तक उसके रोने का कारण जानना मुश्किल होता है। तब आपने गौर किया होगा कि उसे घुमाने से वह शांत हो जाता है।
यदि बच्चा रो रहा है, तो उसे इधर-उधर घुमाने से वह कुछ ही मिनटों में शांत हो जाता है।
बच्चे के ऐसा करने के पीछे वैज्ञानिक कारण है।
बच्चे के रोने का कारण तब तक पता करना मुश्किल होता है जब तक वह बोलना शुरू नहीं कर देता।
कई बार छोटे बच्चे बिना वजह रोने लगते हैं और लाख कोशिशों के बाद भी चुप नहीं होते। इसलिए, यदि आप रोते हुए बच्चे के साथ खड़े होते हैं और उसकी पीठ थपथपाते हैं, तो बच्चा चुप हो जाएगा। आप यह भी जानते हैं कि जब आप रोते हुए बच्चे को घुमाएंगे, तो वह चुप हो जाएगा।
बच्चों को चुप कराने और शांत करने की यह तरकीब सालों से चली आ रही है और कभी असफल नहीं हुई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे घुमाने पर चुप क्यों हो जाते हैं और बैठने पर रोने लगते हैं? इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चा नखरे कर रहा है और चाहता है कि आप उसे पूरे दिन पकड़ कर रखें। बल्कि बच्चे के इस तरह के व्यवहार के पीछे वैज्ञानिक कारण है।
क्या कहता है अध्ययन?
करंट बायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जब 6 महीने से कम उम्र के बच्चे को उसकी माँ द्वारा घुमाया जाता है, तो बच्चा तुरंत शांत और शांत हो जाता है। बच्चे को गोद में लेकर बैठने की तुलना में खड़े होने और चलने पर बच्चे की तीव्र हृदय गति भी कम हो जाती है।
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 1 से 6 महीने की उम्र के 12 स्वस्थ नवजात शिशुओं को भर्ती किया। इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य एक रोते हुए बच्चे को शांत करने के लिए एक माँ के लिए सबसे प्रभावी तरीका खोजना था।
क्या कहते हैं शोधकर्ता?
शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों का व्यवहार एक अंतर्निहित तंत्र की तरह है। यह केंद्रीय, मोटर और हृदय विनियमन के साथ समन्वयित है और मां और शिशु के बीच संचार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्ट्रोक होने पर शिशु की शारीरिक प्रतिक्रिया को उत्तेजित करता है, जिससे उसे शांत होने में मदद मिलती है। हर बच्चा लाड़ प्यार करना चाहता है और यह सदियों से चला आ रहा है।
अब, यदि आपका शिशु रोते रहता है, तो उसे थोड़ी देर इधर-उधर घुमाएँ।
बच्चे अपने माता-पिता या अपने किसी करीबी की बाहों में सुरक्षित महसूस करते हैं। इसलिए, जब भी आपका शिशु रोता है और लाख कोशिशों के बाद भी शांत नहीं होता है, तो उसे लेकर टहलें। आप देखेंगे कि शिशु शांत हो जाएगा और आपके कंधे पर सिर रखकर मुस्कुराएगा या सो जाएगा।
 
 
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