 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री हनुमान चालीसा में एक चौपाई है जिसमें श्री हनुमान को आठ सिद्धियों का स्वामी बताया गया है। चालीसा के अनुसार यह अष्टसिद्धि माता सीता के आशीर्वाद से श्री हनुमान को मिली थी और वे इन सिद्धियों को अपने भक्तों को देने का बल प्राप्त कर लिया था।
इसके अलावा अष्टसिद्धियों के अलावा और भी सिद्धियां हैं जो देवी मां सिद्धिदात्री नौवें रूप की कृपा से प्राप्त की जा सकती हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण सिद्धियां निम्नलिखित हैं:
1. अणिमा: इस सिद्धि से व्यक्ति अपने शरीर को अणु और परमाणु से भी छोटा बना सकता है।
2. महिमा: इस सिद्धि से व्यक्ति अपने शरीर को जितना चाहे बड़ा बना सकता है।
3. गरिमा: इस सिद्धि से व्यक्ति अपने शरीर को जितना चाहे भारी कर सकता है।
4. लघिमा: इस सिद्धि से मनुष्य अपने शरीर को बिल्कुल हल्का बना सकता है।
5. प्राप्ति: इस सिद्धि से व्यक्ति किसी भी स्थान में बिना रुकावट के जा सकता है।
6. प्राकाम्य: इस सिद्धि को प्राप्त करने से मनुष्य जिस भी चीज की इच्छा करता है, वह उसे प्राप्त कर लेता है।
7. इशित्वा: इस सिद्धि की प्राप्ति से मनुष्य किसी भी व्यक्ति पर स्वामित्व प्राप्त करता है।
8. वशित्वा: इस सिद्धि को प्राप्त करने से मनुष्य हर प्रकार के युद्ध में विजय प्राप्त करता है।
इस प्रकार, यदि आप प्रतिस्पर्धा, आत्मविश्वास, और निरंतर साधना के माध्यम से अपने मन, शरीर और आत्मा को विकसित करने के लिए प्रयासरत हैं, तो आप भी इन सिद्धियों को प्राप्त कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि ये सिद्धियां स्वार्थी उद्देश्यों के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि सामरिक और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए होनी चाहिए। इन सिद्धियों का उपयोग दुःख सहने, भलाई करने, सेवा करने, और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए करें।
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                